डॉ. अभिनव कपूर ने कहा- डेंगू से बचाव के लिए अपने घरों के आसपास पानी जमा न होने दें
डॉ. अभिनव कपूर ने कहा कि बरसात के महिनों में डेंगू के सबसे ज्यादा मामले सामने आते हैं। उत्तराखंड में बीते वर्ष भी डेंगू के हज़ारों मामले सामने आये थे।
देहरादून। प्रसिद्ध जनसेवी, विख्यात शिक्षक, ज्ञान कलश सोशल वेलफेयर एंड एजुकेशनल सोसाइटी के अध्यक्ष एवं शिक्षा रत्न की उपाधि से सम्मानित डॉ. अभिनव कपूर ने बारिश के साथ ही डेंगू व मलेरिया की बढ़ती संभावना लेकर सभी लोगों से अहतियात बरतने की अपील की है।
जनसेवी डॉ. अभिनव कपूर ने कहा कि प्रदेशभर में हुई भारी बारिश की वजह से अब डेंगू व मलेरिया मच्छरों के पैदा होने की संभावना बढ़ गई है। डेंगू के डंक को रोकने के लिए राज्य सरकार, स्वास्थ्य विभाग एवं नगर निगम की टीमें अपने स्तर से प्रयास कर रही हैं लेकिन हमें भी अपनी जिम्मेदारी समझते हुए डेंगू व मलेरिया के प्रति सावधान रहने की आवश्यकता है।
डॉ. अभिनव कपूर ने कहा कि बरसात के महिनों में डेंगू के सबसे ज्यादा मामले सामने आते हैं। उत्तराखंड में बीते वर्ष भी डेंगू के हज़ारों मामले सामने आये थे। डेंगू हर साल 40 करोड़ से ज्यादा लोगों को प्रभावित करता है। बारिश के बाद जगह-जगह पानी जमा हो जाता है। हमारे घरों में कईं ऐसी चीजों में पानी जमा होता है, जो कई दिनों तक खुले में पड़ी रहती हैं। डेंगू का मच्छर ऐसे पानी में ही पनपता है।
डॉ. अभिनव कपूर ने कहा कि डेंगू के मच्छर से बचाव के लिए अपने घरों के आसपास पानी जमा न होने दें, टंकियों और बर्तनों को ढक कर रखें। इसके साथ ही कूलर का पानी सप्ताह में एक बार अवश्य बदलें। घर में कीटनाशक दवाई छिड़कें, बच्चों को ऐसे कपड़े पहनाएं जिससे उनके हाथ-पांव पूरी तरह से ढके रहें। हो सके तो सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें व मच्छर भगाने वाली दवाइयों का प्रयोग करें। इन सभी आदतों को अपनाकर काफी हद तक डेंगू से बचाव किया जा सकता है। ध्यान रहे, सावधानी से ही बचाव संभव है। खुद भी सतर्क रहें, अन्य लोगों को भी जागरूक करें।