उत्तराखण्ड

पारिस्थितिकि तंत्र में संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं बाघ : डॉ. अभिनव कपूर

समाजसेवी डॉ. अभिनव कपूर ने कहा कि जुलाई की 29 तारीख का दिन दुनियाभर में "अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस" के रूप में मनाया जाता है, जिसका मकसद लोगों को बाघों के महत्व और उनके संरक्षण के प्रति जागरूक करना है।

देहरादून। प्रसिद्ध जनसेवी, विख्यात शिक्षक, ज्ञान कलश सोशल वेलफेयर एंड एजुकेशनल सोसाइटी के अध्यक्ष एवं शिक्षा रत्न की उपाधि से सम्मानित डॉ. अभिनव कपूर ने “अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस” पर शुभकामनाएं देने के साथ ही जागरूकता हेतु विशेष संदेश दिया है।

इस अवसर पर जारी अपने संदेश में जनसेवी डॉ. अभिनव कपूर ने कहा- आप सभी को “अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस” के अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं। बाघ हमारा राष्ट्रीय पशु ही नहीं, हमारी धरोहर भी है। आइए, “अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस” के अवसर पर बाघों के संरक्षण के प्रति जागरूक होने एवं अन्य लोगों को भी जागरूक करने का संकल्प लें।

समाजसेवी डॉ. अभिनव कपूर ने कहा कि जुलाई की 29 तारीख का दिन दुनियाभर में “अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस” के रूप में मनाया जाता है, जिसका मकसद लोगों को बाघों के महत्व और उनके संरक्षण के प्रति जागरूक करना है। अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाने की शुरुआत साल 2010 में हुई थी। बाघ भारत का राष्ट्रीय पशु भी है। बाघ पारिस्थितिकि तंत्र में संतुलन बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अगर बाघ नहीं बचेंगे, तो इससे पूरा पारिस्थितिक तंत्र बुरी तरह से प्रभावित हो सकता है। इसलिए इसका महत्व समझना जरूरी है।

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