उत्तराखण्ड

ईडी के छापे में नेताओं और वन अफसरों के घर से बरामद हुई 1.10 करोड़ की नकदी व सोना

देहरादून। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को नेताओं और वन अफसरों के घरों से 1.10 करोड़ रुपये की नकदी मिली है। ईडी ने कुल 80 लाख रुपये का 1.30 किलो सोना भी जब्त किया है। इसके साथ ही एक अफसर के घर से 10 लाख रुपये की विदेशी मुद्रा भी सीज की गई है।

निदेशालय की टीमों ने सभी 17 जगहों पर छापे के बाद बैंक लॉकर, डिजिटल उपकरण और दस्तावेज भी सीज किए हैं। सबसे ज्यादा नकदी आईएफएस अफसर सुशांत पटनायक के घर से बरामद हुई है। ईडी की इस मामले में जांच जारी है। कॉर्बेट नेशनल पार्क की पाखरो रेंज में हुए निर्माण घोटाले और अवैध पेड़ कटान से जुड़े मामले में ईडी ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई की थी।

ईडी की टीमों ने उत्तराखंड, दिल्ली और हरियाणा में कुल 17 जगहों पर छापे मारे थे। इनमें राजधानी देहरादून में पूर्व वनमंत्री हरक सिंह रावत और आईएफएस अफसर सुशांत पटनायक के घर भी ईडी ने बुधवार सुबह से लेकर शाम तक कार्रवाई की। ईडी की टीम ने पूर्व वनमंत्री हरक सिंह रावत के घर से बड़ी मात्रा में दस्तावेज कब्जे में लिए हैं।

आरोप है कि उन्होंने अपने करीबियों के साथ मिलकर एक भूमि के दस्तावेजों में बड़ा खेल किया है। इसके साथ ही ईडी ने कैनाल रोड स्थित आईएफएस अफसर सुशांत पटनायक के घर नोट गिनने की मशीनें मंगाई थीं। बताया गया था कि वहां पर अलमारी और बेड में बड़ी मात्रा में कैश रखा हुआ था। ईडी ने बृहस्पतिवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कार्रवाई की जानकारी दी है।

ईडी के अनुसार, इन सभी जगहों पर छापे में कुल 1.10 करोड़ रुपये की भारतीय मुद्रा को सीज किया गया है। साथ ही एक स्थान से 1.3 किलो सोना और 10 लाख रुपये की विदेशी मुद्रा बरामद हुई है। हालांकि, यह कैश और सोना किस-किस जगह से बरामद हुआ, इस बात की जानकारी ईडी ने नहीं दी है। माना जा रहा कि सबसे ज्यादा कैश सुशांत पटनायक के घर से ही बरामद हुआ है।

इसका कारण है कि उन्हीं के घर पर दो नोट गिनने की मशीनें मंगवाई गई थीं। इसके साथ ही ज्वालापुर में पूर्व डीएफओ किशनचंद के घर पर भी छापे में बड़ी मात्रा में कैश बरामद होने की बात सामने आ रही है। ईडी के अनुसार, इस पूरे मामले में अभी जांच जारी है। जल्द ही कुछ और जानकारी भी ईडी की ओर से मुहैया कराई जा सकती है।

टेंडर से संबंधित दस्तावेज भी लिए कब्जे में
पाखरो रेंज में निर्माण कार्य के लिए टेंडर निकालने में भारी अनियमितताएं बरती गई थीं। उस वक्त डीएफओ किशनचंद, फॉरेस्ट रेंजर बृज बिहारी शर्मा ने तत्कालीन वन मंत्री से सांठगांठ कर जरूरत से अधिक का टेंडर जारी किया था। उस वक्त इस काम में अन्य अफसर भी शामिल रहे थे। यह टेंडर इस समिति को प्राप्त वित्तीय अधिकारों से अधिक का था। ईडी के इस छापे में पाखरो रेंज के टेंडर से संबंधित दस्तावेज को भी कब्जे में लिया गया है। पेड़ कटान की अनुमति के दस्तावेज भी तत्कालीन डीएफओ किशनचंद के घर से ईडी ने बरामद किए हैं।

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