जनसेवा से जुड़े कार्य करने के लिए सदैव तत्पर रहती हैं उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे
हरिद्वार। वरिष्ठ राज्य आन्दोलनकारी, उत्तराखंड की बेटी, प्रसिद्ध जनसेवी, जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केन्द्रीय अध्यक्ष एवं हरिद्वार लोकसभा सीट से जेसीपी की धाकड़ प्रत्याशी भावना पांडे ने लोगों के बीच समाजसेवा की मिसाल पेश की है। वे जनसेवा से जुड़े कार्य करने के लिए सदैव तत्पर रहती हैं। क्षेत्र में कोई भी समस्या होने पर वे अपनी युवाओं की गोरिल्ला टीम को लेकर तुरन्त मदद को पहुंच जाती है।
जनसेवी भावना पांडे ने कुछ ही दिनों में हरिद्वार क्षेत्र की जनता के बीच अपनी एक अलग पहचान बनाई है। वहीं क्षेत्रवासियों को भी उनसे गहरा लगाव हो गया है। वे लोगों के बीच जाकर उनकी समस्याओं को सुन रही हैं एवं उनका दुख-दर्द बांटती हुई नजर आ रहीं हैं, क्षेत्रवासी अपनी हर छोटी-बड़ी समस्या के निवारण के लिए अब जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे से सलाह व मदद मांगने लगे हैं। भावना पांडे आज पीड़ित जनता की सबसे बड़ी मददगार के रूप में सामने आई हैं, वे जनता की सच्ची हितैषी के तौर पर पहचानी जाती हैं।
उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे आमजन की समस्याओं के निवारण की हर संभव कोशिश कर रही हैं। हाल ही में हरिद्वार क्षेत्र में बारिश का पानी लोगों के घरों के भीतर घुस गया और बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गये। इस वजह से लोगों को काफी परेशानियों का समाना करना पड़ रहा है। अधिकांश लोग दाना-पानी तक को मोहताज हो गये। ऐसे में इन पीड़ितों की मदद करने पंहुची जनसेवी भावना पांडे ने प्रभावित लोगों को राशन किट वितरित की।
जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने पीड़ित लोगों की मदद के साथ ही जलभराव की वजह से प्रभावित हुए पशुओं की सहायता के लिए भी हाथ बढ़ाया है। उन्होंने भूखे व बीमार पशुओं की देखरेख एवं उनके चारे आदि की व्यवस्था कराने के लिए अपने स्तर से प्रयास किया। उन्होंने जलभराव की समस्या पर गुस्सा जताते हुए कहा कि ये बड़े ही अफसोस की बात है कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधि लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए कोई प्रयास नहीं करते जिस वजह से क्षेत्रवासियों को इस प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले कभी किसी नेता ने उनकी सुध नहीं ली, वहीं जनसेवी भावना पांडे आगे बढ़कर क्षेत्रवासियों की मदद करती दिखाई दे रहीं हैं। आमजन की आवाज बन चुकी भावना पांडे की बढ़ती लोकप्रियता देख विरोधी दलों के नेताओं की परेशानी भी बढ़ चुकी है। विरोधी अब भावना पांडे के बढ़ते कदमों को रोकने के लिए ऐड़ीचाटी का जोर लगाते दिख रहे हैं।